आख़िरी सच सीजन 1 एपिसोड 2 ( Dark Past revealed & Suspense continue )

आख़िरी सच सीजन 1 एपिसोड 2

आख़िरी सच सीजन 1 एपिसोड 2 की कहानी और भी ज्यादा रहस्य और रोमांच पैदा करती है। पहले एपिसोड में अभिषेक बनर्जी का कोई बड़ा रोल नहीं था। सिर्फ सगाई समारोह के फ्लैशबैक वाले सीन में उनको दिखाया गया है। रजावत परिवार के छोटे लड़के भुवन के रूप में अभिषेक बनर्जी का अभिनय हमेशा की तरह काफी दमदार रहा है। अभिषेक को देखकर ही लगता है कि इनको वेबसीरीज के लिए ही बनाया गया है। इनकी उपस्थिति मात्र ही किसी वेब सीरीज में जान डालने के लिए काफी है। तमन्ना भाटिया पुलिस इंस्पेक्टर के रोल में सीरियस कम और ग्लैमरस ज्यादा लगी हैं।

आख़िरी सच सीजन 1 एपिसोड 2

आख़िरी सच सीजन 1 एपिसोड 2 की कहानी

आख़िरी सच सीजन 1 एपिसोड 2 के पहले सीन में बताया जाता है कि अमन को पता चल चुका है कि पुलिस उस पर नजर रख रही है। इसलिए अमन पुलिस को चकमा देते हुए घर से बाहर निकलता है। दूसरी तरफ पुलिस अपनी इन्वेस्टीगेशन को क्राइम ब्रांच के लिए हैंडओवर करते हुए बताते हैं कि इसी इलाके में कुछ दिनों पहले एक गैंगवार हुआ था। इस गैंगवार में एरिया का प्रमुख हिस्टीशीटर बदमाश महिपाल और उसका साथी गणेश गोली लगने से मारे गए थे। इनको मारने वाली दूसरी गैंग का मुखिया सतीश पुजारा है।

तमन्ना इस मुठभेड़ के एंगल से भी जांच करने की कोशिश करती है और अपनी टीम को आदेश और पुजारा गेंग के सबंधों के बारे में जानकारी निकालने के लिए आदेशित करती है।

अमन भी इस केस के बारे में अपने लेवल पर जाँच करने की कोशिश करता है। इस क्रम में वो अंशिका की मौसी और परिवार की एकमात्र जीवित सदस्य कविता के पास जाता है। अमन के पूछने पर कविता, रजावत परिवार के इतिहास के बारे में बताती है।

रजावतों का इतिहास

कविता बताती है कि उसके पिताजी जवाहर रजावत और उनके दोस्त दौलत राठौड़ राजस्थान के तीतरी गांव से दिल्ली एक साथ ही आये थे। दौलत,जवाहर का अच्छा दोस्त था लेकिन उसका दौलत के मरने के बाद उसका व्यवहार एकदम बदल गया था। कॉलेज ख़तम के करने के बाद भुवन , दौलत की प्लाई की दुक़ान में ही काम करता था।

आख़िरी सच सीजन 1 एपिसोड 2

साल 2007 में एक दुर्घटना में भुवन के पिता जवाहर की मृत्यु हो गयी थी। अपने रिटायरमेंट से एक दिन पहले जवाहर अपने बेटे भुवन के साथ पुलिस विभाग के एक घोड़े को घुमाने ले जाता है। भुवन के पूछने पर जवाहर बताता है कि ये सबसे तेज घोडा नहीं है। भुवन बोलता है कि वो इस घोड़े को सबसे तेज बना सकता है। भुवन के कहने पर जवाहर घोड़े पर बैठ जाता है , तभी भुवन जोर से एक लात घोड़े के पिछवाड़े पे मारता है।

इससे घोड़ा बिदक जाता है और घोड़े से गिरने की वजह से जवाहर की तुरंत मृत्यु हो जाती है। इस घटना के लिए भुवन अपने आप को जिम्मेदार मानता था और काफी डिप्रेसन में रहने लगा था।

आख़िरी सच सीजन 1 एपिसोड 2

जवाहर के मरने बाद भुवन अंदर से टूट गया था और खोया-खोया सा रहने लगा। इसका असर भुवन के काम पर भी पड़ता था और वो हिसाब किताब में गलतियाँ करने लगा था। इस वजह से एक दिन दौलत ने भुवन को दूकान में ही काफी बुरा भला कहा था। गुस्से में दौलत भुवन को एक धक्का देता है जिससे भुवन गिर जाता है उसके ऊपर काफी सारे लोहे के पाइप गिर जाते हैं। इस घटना की वजह से भुवन का लेफ्ट ब्रेन काम करना बंद कर देता है।

रजावत परिवार इसके लिए दौलत के ऊपर एफ आई आर दर्ज़ करवा देता है। इससे गुस्सा होकर दौलत रजवतों के घर आकर काफी गाली गलौज करता है और रिपोर्ट वापिस लेने के लिए बोलता है। भुवन एक कागज पर लिखकर जवाब देता है कि चुपचाप यहाँ से चले जाओ वरना दूसरी एफ आई आर भी दर्ज़ करवा देंगे।इस पर दौलत गालियाँ देते हुए घर से बाहर चला जाता है।

अंशिका का बाल विवाह

दरअसल दौलत के बेटे जयंत और अंशिका का विवाह बचपन में गया था। लेकिन दिल्ली में आने के बाद रजावत परिवार इस रिश्ते को मानने से इंकार कर दिया था। दौलत के गुस्सा होने का एक कारण यह भी था। इस घटना के कुछ महीनो के बाद दौलत का परिवार दिल्ली छोड़कर वापिस तीतरी गांव चला गया था। अंशिका की शादी तय होने के बाद से जयंत ने अंशिका को परेशान करना शुरू कर दिया था। जयंत अकसर अंशिका को फोन करके परेशान करता रहता था।

आदेश रजावत और गैंगस्टर के सबंध का पता चला

क्राइम ब्रांच की टीम को कुछ अहम जानकारियां हाथ लगती हैं। इससे पता चलता है कि आदेश रजावत का कुछ समबन्ध महिपाल सिंह गैंग और पुजारा गैंग दोनों से था। टीम तमन्ना को दो फोटो दिखाती है। पहली फोटो में आदेश महिपाल गैंग के मुखिया महिपाल सिंह साथ खड़ा दिखाई दे रहा है। दूसरी फोटो में आदेश दूसरी गैंग पुजारा के मुखिया रणदीप पुजारा के मामा के साथ है।

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क्राइम ब्रांच को लगता है कि कहीं न कहीं से इनका सम्बन्ध इस हत्याकांड के साथ जरूर है। इसका पता लगाने के लिए दूधवाले को बुलाया जाता है और महिपाल गैंग के सदस्यों की फोटो दिखाई जातीं है। दूधवाला उनमे से एक बन्दे को पहचान लेता है, वही बंदा था जो आदेश को चाकू लेकर धमका रहा था , इसका वर्णन एपिसोड 1 में है।

अब जांच करने वाली टीम को ये तो पता चल जाता है कि महिपाल गैंग के सदस्य ,आदेश को धमका रहे थे। लेकिन इसके कारण का पता लगाने के लिए महिपाल गेंग के सदस्यों को पकड़ना जरुरी था। महिपाल के मर्डर के बाद से ही इस गैंग के सारे सदस्य अंडरग्राउंड हो गए थे।

क्राइम ब्रांच की नयी थ्योरी

आदेश और गैंगस्टर के बीच सम्बन्ध पता चल जाने पर एक नयी थ्योरी पर संदेह जाता है। हो सकता है कि आदेश महिपाल गैंग के समबन्ध पहले अच्छे थे लेकिन किसी बात पर उनमें दुश्मनी हो गयी हो। इसी वजह से महिपाल गैंग के सदस्य आदेश को धमका रहे थे , इस घटना को दूधवाले ने देखा था। महिपाल गेंग से परेशान होकर आदेश पुजारा गैंग के पास चला गया। आदेश ने पुजारा गैंग को महिपाल की टिप दी और पुजारा ने महिपाल को ख़तम दिया। बाद में महिपाल गैंग के सदस्यों ने इसका बदला लेते हुए आदेश के पूरे परिवार को ख़तम कर दिया। लेकिन ये सिर्फ एक थ्योरी थी। इसको साबित करने के लिए काफी सबूतों की जरुरत थी।

क्राइम ब्रांच के ऊपर इस केस को सुलझाने का काफी दवाब है। मीडिआ और टीवी के पेनल डिस्कसन में यह काफी गरम विषय है। इस केस की धीमी प्रोग्रेस के चलते तमन्ना की परफॉर्मन्स पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं। डिपार्टमेंट के सदस्य , मीडिया और स्वयं तमन्ना के परिवार सदस्यों को भरोसा नहीं है कि तमन्ना इस केस को सुलझा पाएंगी। कुछ लोग तो इस बात पर भी सवाल उठाने लगे हैं कि इतने बड़े केस को एक महिला ऑफिसर के हाथों में क्यों दिया गया।

इन सब हतोत्साहित करने वाली बातों के बीच क्राइम ब्रांच के आला अधिकारिओं को तमन्ना पर भरोसा है। वे तमन्ना को फालतू बातों पर ध्यान हुए अपने काम पर फोकस करने सलाह देते हैं।

महिपाल गेंग के सदस्य पकड़े गए

एक दिन क्राइम ब्रांच को महिपाल गैंग के सदस्यों के बारे में टिप मिलती है। तमन्ना अपनी टीम के साथ टिप वाले स्थान पर रेड करती है। इस रेड में महिपाल गैंग के सारे सदस्य पकड़े जाते हैं।

तीतरी गांव और जयंत का घर

दूसरी तरफ अमन भी अपने स्तर पर खोजबीन करने में लगा हुआ है। कविता की बातों से उसको लगता है कि हो ना हो रजावत परिवार हत्याकांड के पीछे दौलत और जयंत का ही हाथ है। इस तथ्य की पड़ताल के लिए अमन जा पहुँचता है राजस्थान के तीतरी गांव। वहां पहुंचकर अमन को पता चलता है कि दौलत की मृत्यु तो कई साल पहले हो चुकी है। जयंत के घर की छत पर दो लड़के हुक्का पी रहे हैं। अमन जाते ही उन दोनों पर टूट पड़ता है।

अब आगे क्या होगा ?

  1. अब तक ये तो साफ़ हो चुका है कि आदेश और महिपाल गैंग के समबन्धों में कुछ तनाव था। लेकिन क्या इसी वजह से पूरे परिवार की हत्या हुयी। इसका खुलासा गिरफ्तार हुए महिपाल गैंग के सदस्यों से पूछताछ के बाद ही पता चलेगा।
  2. एक और बात साफ़ हुई है कि अमन इस हत्याकांड में शामिल नहीं है। लेकिन क्या जयंत का कुछ सम्बन्ध इस घटना है , बात अगले एपिसोड में साफ़ हो जाएगी।

आख़िरी सच सीजन 1 एपिसोड 2 को देखने के लिए यहाँ जायें।

आख़िरी सच सीजन 1 एपिसोड 2 के बारे में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य

आख़िरी सच वेबसीरीज में कुल कितने एपिसोड हैं ?

आख़िरी सच वेबसीरीज में कुल 6 एपिसोड हैं।

आख़िरी सच सीजन 1 एपिसोड 2 में क्या कातिल का पता चल जाता है ?

आख़िरी सच सीजन 1 एपिसोड 2 में कातिल का पता नहीं चल पाता है, पुलिस की सारी जांच पड़ताल व्यर्थ हो जाती है , लेकिन इस केस के बारे में कोई मजबूत सुराग नहीं मिल पाता है।

आख़िरी सच सीजन 1 एपिसोड 2 कब रिलीज हुआ।

25 अगस्त 2023

आख़िरी सच सीजन 1 एपिसोड 2 में खास क्या है ?

इस एपिसोड में अतीत के बारे में पता चलता है कि भुवन के पिता की मृत्यु भुवन की वजह से हुयी थी।

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