वेबसीरीज आखिरी सच का एपिसोड 3 भी रहस्यों से भरा हुआ है। 1 सितम्बर को रिलीज हुए आखिरी सच एपिसोड 3 दर्शकों को बांधे रखने में सफल हुआ है। जैसे कि पुलिस इन्वेस्टीगेशन वाली किसी भी फिल्म या सीरीज में इन्वेस्टीगेशन ऑफिसर के भावनात्मक और मानसिक पक्ष को हाईलाइट किया जाता है। इस सीरीज में भी ये दिखाया गया है कि तमन्ना भाटिया के बचपन में उसकी एक सहेली ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
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इस घटना के एक दिन पहले उसका व्यवहार कुछ बदला हुआ था ,लेकिन तमन्ना ने उस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया था। इसके लिए वो अपने आप को जिम्मेदार मानने लगती है। इसको दर्शाने के लिए आखिरी सच एपिसोड 3 में कुछ सीन घुसाए गए हैं, जो कि अनावश्यक महसूस होते हैं।
आखिरी सच एपिसोड 3 की कहानी
आखिरी सच एपिसोड 3 की कहानी वहीँ से शुरु होती है जहाँ पर एपिसोड 2 समाप्त हुआ था। अमन, जयंत के सामने असहाय पड़ा हुआ है। जयंत उसको बताता है कि अंशिका के साथ उसका विवाह बचपन में ही हो चुका है। लेकिन अब अंशिका के घरवाले अंशिका की शादी किसी और से करने वाले हैं। इससे जयंत नाराज है और वो अंशिका को फोन करके ऐसा ना करने को बोलता है। जयंत के पूछने पर अमन उसको वो न्यूजपेपर दिखाता है जिसमे किशन नगर हत्याकांड के बारे में छपा हुआ है। जयंत उसको पड़कर फूट फूटकर रोने लगता है। उसे विश्वास ही नहीं हो रहा था कि अब अंशिका का पूरा परिवार इस दुनिया में नहीं रहा।
महिपाल गैंग के सदस्यों से कोई क्लू हासिल नहीं हुआ
एपिसोड 2 के अंत में बताया गया था कि तमन्ना और उसकी टीम महिपाल गैंग के सद्स्यों को पकड़ने में कामयाब हो जातें हैं। आखिरी सच एपिसोड 3 में इन्हीं सदस्यों से पूछताछ होती है। इनसे पूछताछ के बाद क्राइम ब्रांच को कुछ हासिल नहीं होता है। दरअसल आदेश ने महिपाल सिंह से 20 लाख रुपये उधार लिए थे। इन पैसों को लौटाने में देरी होने की वजह से महिपाल गैंग के सदस्यों ने आदेश को धमकाया था। बाद में आदेश ने वो पैसे वापिस कर दिए थे। पुजारा गैंग के डर की वजह से महिपाल गैंग के सदस्य छुपकर रह रहे थे और पिछले कई दिनों से घर से बाहर भी नहीं निकले थे।
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महिपाल गैंग से पूछताछ के बाद क्राइम ब्रांच की जांच फिर से वहीँ आ जाती है, जहाँ से शुरुआत हुई थी। इनकी बनायी हुयी सारी थ्योरी फेल हो जाती है। अब इनके पास कोई अन्य क्लू भी नहीं है जिसके आधार पर जांच आगे बढ़ाई जाए। तमन्ना अब पूरे केस को फिर से एकदम शुरु से इन्वेस्टीगेट करने का प्लान बनाती है। इसलिए एक बार फिर से क्राइम सीन पर जाने लगती है।
इसी बीच साइबर सेल से एक खबर आती है कि परिवार के सभी लोगों के काल रिकॉर्ड आ गए हैं। काल रिकॉर्ड के अनुसार इस हत्याकांड से एक दिन पहले भुवन ने एक प्लम्बर को फोन किया था। उस प्लम्बर को पूछताछ के लिए घटनास्थल पर ही बुला लिया जाता है।
11 की गुत्थी
पूछताछ में प्लम्बर बताता है कि भुवन ने उसे घर में कुछ पाइप लगाने के लिए बोला था, जिनसे हवा का आवागमन हो सके। तमन्ना की टीम उन पाइपों को देखकर हैरान हो जाती है। दीवार में कुल 11 पाइप लगाए गए थे जिनमे से सात पाइप मुड़े हुए थे और 4 सीधे थे। जांच टीम को ये कुछ अजीब सा लगता है। तभी उनका ध्यान इस तथ्य की ओर जाता है कि मरने वाले सदस्य भी 11 थे जिनमे से 7 महिलायें और 4 पुरुष सदस्य हैं। जांच टीम जब इस 11 के एंगल से जांच करती है तो कुछ आश्चर्यजनक और हैरान करने वाले तथ्य सामने आते हैं।
घर में 11 दरवाजे थे।11 खिड़कियाँ थी। हर खिड़की में 11 रॉड लगीं हुई थी। घर के छत पर कुत्ते का घर बना हुआ था उसमे भी 11 कीलों का प्रयोग हुआ था।हत्याकांड वाले साल 2018 के अंकों को जोड़ने पर जो संख्या प्राप्त हो रही थी वो भी 11 ही थी। भुवन के पिता जवाहर की मृत्यु 2007 में हुई थी। इस प्रकार उनकी मौत को भी 11 साल पूरे हो रहे थे। जांच टीम को अब लगने लगा था कि हो सकता है यह केस तंत्र मन्त्र या फिर अंधविश्वास से जुड़ा हुआ है।इस प्रकार जांच के लिए एक और एंगल मिल जाता है।
अमन की इन्वेस्टीगेशन
दूसरी तरफ अमन अभी भी अपने स्तर पर जांच में जुटा हुआ है। इस क्रम में वो मोहल्ले के एक कपड़े के दूकानदार से मिलता है। पूछने पर कपडे वाला बताता है कि पुलिस और मीडिया को मोहल्लेवालों ने जो कुछ भी बताया है वो सब कुछ सही नहीं है। मोहल्ले वालों ने अपने बयान में बताया है कि रजावत परिवार सबसे मिल जुलकर रहता था। जबकि पिछले तीन साल में उसने किसी को भी उस घर के अंदर जाते हुए नहीं देखा।
मतलब रजावत परिवार मोहल्ले वालों से कोई मेलजोल नहीं रखता था। तभी किशोर अपने दोस्तों के साथ साईकिल से वहां से निकलता है। किशोर को देखकर दूकानदार इशारे से बताता है कि सिर्फ यही बच्चा उस घर के अंदर जाता रहता था। किशोर और भुवन के लड़के पार्थ में अच्छी दोस्ती थी।
जांच में चमत्कारी बाबा की एंट्री
11 नंबर के रहस्य के बारे में और पता लगाने के लिए तमन्ना अमन को फोन करती है। अमन बताता है कि उसकी शादी की तारीख फिक्स नहीं हुयी थी लेकिन नवम्बर का महीना फिक्स था। यह पूछने पर कि क्या कभी अंशिका ने 11 नंबर के बारे में कोई जिक्र हो, जैसे की 11 नंबर लकी है या फिर 11 नंबर ख़ास है ; अमन ने कोई जानकारी न होने की बात कही।
अब जांच इस बिंदु पर अटक जाती है कि इस काण्ड में क्या कोई बाबा या तांत्रिक शामिल था। सगाई के वीडियो की जांच करने पर एक फोटो में एक बाबा दिखाई देता है। टीम में शामिल एक पुलिस वाला इस बाबा को पहचान लेता है और बताता है कि ये तो चमत्कारी बाबा हैं।
पुलिस वाला बताता है कि चमत्कारी बाबा कोई आम इंसान नहीं है। इनसे मिलना भी आसान कार्य नहीं है क्यूंकि चमत्कारी बाबा अपना रूप बदलते रहते हैं। कभी वो कबूतर बन जाते हैं तो कभी गाय बन जाते हैं। तमन्ना को इसमें कुछ संदेह नजर आता है और वो चमत्कारी बाबा से मिलने का प्लान बनाती है। इसके लिए चमत्कारी बाबा के आश्रम के लिए जांच टीम रवाना हो जाती है। लेकिन जांच टीम के आश्रम में पहुँचने से पहले ही यह बात मीडिया में लीक हो जाती है और मीडिआ भी आश्रम पहुँच जाती है।
चम्तकारी बाबा के आश्रम में पहुँचने पर पता चलता है कि बाबाजी से इस समय नहीं मिला जा सकता। बाबाजी के चेलों को जब पुलिस धमकाती है तो वो जांच टीम को बाबाजी के विश्रामगृह में ले जाते हैं। टीम ये देखकर चौंक जाती है कि वहां पर एक बकरी का बच्चा खड़ा हुआ है। बाबाजी के चेले उसे प्रणाम करते हैं और विश्राम में बाधा डालने के लिए माफ़ी मांगते हैं।
क्या चमत्कारी बाबा भाग गया था या फिर बकरी बन गया था
बाबाजी के चेलों का मानना था कि बाबाजी ने बकरे का रूप ले लिया है। तमन्ना इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं थी इसलिए बाबाजी का फोन सर्विलेंस में डाल दिया था।
साइबर सेल को पता चलता है कि चमत्कारी बाबा का फोन कुछ देर के लिए चालू हुआ था। लोकेशन कानपुर की है। ये जानकारी मिलते ही जांच टीम तुरंत कानपूर के लिए रवाना हो जाती है। लेकिन चमत्कारी बाबा तब तक वहां से निकल चुका होता है। बाबा की अगली लोकेशन खजुराहो क्वे पास छतरपुर के एक होटल की मिलती है। टीम मध्यप्रदेश के छतरपुर पहुंचकर बाबा को गिरफ्तार कर लेती है।
पुलिस को अमन पर भी संदेह है
काल रिकॉर्ड से टीम को पता चलता है कि घटना वाले दिन अमन को उसकी मान का कोई फोन नहीं आया था। अपने बयान में अमन ने पुलिस को बताया था कि घटना वाले दिन सुबह सुबह उसे माँ का फोन आया था इसलिए वो तुरंत घटनास्थल पर पहुँच गया था। दूसरी तरफ जिस पुलिस वाले को अमन पर निगरानी रखने के लिए कहा गया था उसने बताया कि अमन एक नंबर का चरसी और ड्रग अडिक्ट है। ड्रग सप्लाई करने वाला एक लड़का बताता है कि घटना वाली रात को और उससे अगली रात को भी अमन ने उससे ड्रग खरीदा था।
चमत्कारी बाबा ने जांच टीम को क्या बताया
बाबा बताता है कि भुवन उसके पास लगभग 5 साल पहले आया था। उसने अपने साथ हुई सारी घटनाएं बाबा को बताई थी। अस्पताल से लौटने के बाद भुवन एकदम बदल गया था। उसके पिता उसे सपने में दिखाई देते थे और कहते थे कि इसका बदला वो लेंगे। फिर एक दिन दौलत की दुकान में आग लग जाती है और सारा सामन जल जाता है। भुवन को लगता है कि ये काम उसके पिता की आत्मा ने किया है। इससे भुवन को विश्वास हो जाता है कि उसके पिता उसके साथ हैं। इस घटना के बाद से भुवन की स्थिति में सुधार होने लगता है।
भुवन की माँ को भुवन की बातें पसंद नहीं आती थी
भुवन की माँ को भुवन का वर्ताव सामान्य नहीं लगता था। उनको भुवन की हरकतें पागलपन जैसी लगती थी। उसने भुवन को समझाया कि दौलत की दुकान में आग शार्ट सर्किट से लगी है ना कि उसके पिता की वजह से। भुवन का सपने में अपने पिता से बातें करना उनको अंधविश्वास लगता है , इसके लिए वो भुवन को डांटती भी हैं।
एक बार जब भुवन की मा ने भुवन को ये सब बंद करने को कहा तो एक अजीब घटना हुई। भुवन के मुंह से जवाहर की आवाज निकलने लगी और उसने कहा – “विजु , भुवन को कुछ मत कहना। वो ये सब पूजा पाठ और आरती तुम सबके भले के लिए ही कर रहा है। जिनके बच्चे नालायक होते हैं उनको मरने के बाद भी चैन नहीं मिलता।” ये सुनकर सभी स्तब्ध रह जाते हैं। और भुवन आरती की थाली हाथ में लिए लिए ही सीधा जमीन पर गिर जाता है।
अब आगे क्या होगा ?
- चमत्कारी बाबा का बयान अभी समाप्त नहीं हुआ है , इसमें और भी नए रहस्य सामने आ सकते हैं।
- दौलत की दुकान में आग क्या जवाहर की आत्मा ने लगाई थी ?
- क्या भुवन के अंदर सच में जवाहर की आत्मा आती है ?
- अमन ने अपने बयान में झूठ क्यों बोला ?
- क्या किशोर के पास कुछ ऐसी जानकारी है हत्याकांड की जांच को एक नयी दिशा दे सकती है।
- दादी मां को क्या कुछ संदेह हो गया है भुवन के ऊपर और इसी वजह से भुवन ने अपनी माँ का मर्डर किया।
- क्या तमन्ना का कोई स्याह अतीत है ?
आखिरी सच एपिसोड 3 के बारे में जानने योग्य अन्य बातें
आखिरी सच एपिसोड 3 कब रिलीज किया गया है ?
आखिरी सच एपिसोड 3 को 1 सितम्बर 2023 को रिलीज किया गया है
आखिरी सच एपिसोड 3 में नया क्या है ?
आखिरी सच एपिसोड 3 में केस की जांच दोबारा नए सिरे से स्टार्ट होती है क्यूंकि पुरानी जांच से कोई भी क्लू प्राप्त नहीं होता है।
आखिरी सच एपिसोड 3 क्या इस सीरीज का आखिरी एपिसोड है ?
आखिरी सच एपिसोड 3 इस सीरीज का आखिरी एपिसोड नहीं है।
आखिरी सच एपिसोड 3 में क्या कोई किसिंग सीन है ?
आखिरी सच एपिसोड 3 में कोई भी रोमांटिक सीन नहीं है।
आखिरी सच एपिसोड 3 कितने मिनिट का है ?
आखिरी सच एपिसोड 3 की लम्बाई 38 मिनिट है।
आखिरी सच एपिसोड 3 में क्या हत्याकांड का राज खुल जाता है ?
आखिरी सच एपिसोड 3 में हत्याकांड का राज नहीं खुलता है बल्कि रहस्य और गहरा हो जाता है।
आखिरी सच एपिसोड 3 से क्या सामाजिक सन्देश मिलता है ?
आखिरी सच एपिसोड 3 से अब तक जो चीज़ सामने आयी है वो है अन्धविश्वास। किसी भी प्रकार का अन्धविश्वास बर्बादी की तरफ लेकर जाता है।
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