गूगल एआई बार्ड vs चैट जीपीटी ( Google AI Bard v/s ChatGPT) Amazing 5 point illustration you must know.

गूगल एआई बार्ड

काफी लम्बे इन्तजार के बाद गूगल ने अपने AI चैटबोट गूगल एआई बार्ड लांच की घोषणा कर दी है। गूगल के सीइओ सुन्दर पिचाई ने इस जानकारी को साझा किया है। गूगल के चैट बोट का नाम “बार्ड” होगा। इसको चैट जीपीटी का कॉम्पिटिटर माना जा रहा है। चैट जीपीटी माइक्रोसॉफ्ट का चैट बोट है। इसको पिछले साल नवंबर में लांच किया गया था।
13 जुलाई 2023 को आधिकारिक रूप से 238 देशों में और 46 भाषाओँ में लांच कर दिया गया है।

जीपीटी यूजर्स के बीच पहले से काफी लोकप्रिय हो चूका है। ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा की दो दिग्गज टेक जाइंट्स के बीच की प्रतिस्पर्धा में यूजर्स का डिसीजन किस तरफ रहता है। इस लेख में हम आपको बार्ड के बारे में वो सारी जानकारी देंगे जो आपको जानना जरुरी है। बार्ड और जीपीटी में से कौन बेहतर है , इसके लिए दोनों के बीच जो बेसिक अंतर हैं उसका डिटेल में एनालिसिस करेंगे।

गूगल एआई बार्ड


माइक्रोसॉफ्ट द्वारा समर्थित ओपनएआई का चैट जीपीटी से सार्वजानिक उपयोग के लिए खुला होने के बाद तकनिकी दुनिया में तूफ़ान मचा रहा है। इसकी मदद से लोग क्रिएट करके कुछ भी बना रहे हैं जैसे कि कवितायेँ और उपन्यास , चुटकुले और फिल्म स्क्रिप्ट्स। यह आर्टिफीसियल इंटेलिजेंट सेवा उपभोक्ताओं के लिए जानकारी खोजने या आदेश पर सामग्री बनाने के तरीके को बदल सकती है।

गूगल एक दमदार प्लेयर है लेकिन अब जबकि माइक्रोसॉफ्ट का चैट जीपीटी लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हो चूका है। गूगल इस मामले में माइक्रोसॉफ्ट से पिछड़ता नजर आ रहा है। लेकिन गूगल एआई बार्ड लांच के बाद ही पता चलेगा कि किसमे कितना है दम।

Table of Contents

गूगल एआई बार्ड क्या है और ये क्या करता है ? (What is Google AI Bard & what it do?)

गूगल एआई बार्ड एक चैट बोट है। यह ऑटोमेटिक इंटेलिजेंस पर आधारित है। इसकी सेवाएं चैट जीपीटी के लगभग सामान होंगीं। यूजर्स इससे कोई भी प्रश्न पूछ सकते हैं या फिर कोई रिक्वेस्ट कर सकते हैं। इसके बाद एक बटन दबाने पर इस एक इंसान की तरह ही जवाब देगा।
माइक्रोसॉफ्ट और गूगल ये योजना बना रहे हैं कि वे एआई टूल्स को अपने सर्च इंजिन बिंग और गूगल सर्च में एम्बेड करेंगे। सर्च इंजिन ही रेवेन्यू का प्रमुख हिस्सा होता है।

बार्ड: एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता जो आपको हर चीज के बारे में लिखने में मदद कर सकती है

बार्ड एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) है जो आपको हर चीज के बारे में लिखने में मदद कर सकती है। चाहे आप एक उपन्यास लिख रहे हों, एक निबंध लिख रहे हों, या बस एक शीर्षक के लिए एक विचार विकसित कर रहे हों, बर्ड आपके लिए कुछ सुझाव दे सकता है।

बार्ड को प्रशिक्षित किया गया है कि वह लाखों शब्दों और वाक्यों को पढ़े और समझे। वह यह भी जानता है कि कैसे विभिन्न शैलियों और टोन में लिखना है। इसलिए, जब आप उसे एक विषय या शीर्षक देते हैं, तो वह आपको कुछ ऐसे वाक्य और शब्द दे सकता है जो उस विषय के अनुरूप हों।

बार्ड का उपयोग करना बहुत आसान है। बस उसे एक विषय या शीर्षक दें और फिर वह आपको कुछ सुझाव देगा। आप उन सुझावों को बदल सकते हैं या उन पर आधारित अपनी खुद की लिखाई बना सकते हैं।

बार्ड अभी भी विकास के अधीन है, लेकिन वह पहले से ही बहुत कुछ कर सकता है। वह आपको हर चीज के बारे में लिखने में मदद कर सकता है, चाहे वह आपके लिए एक रोमांचक उपन्यास हो या एक अकादमिक निबंध।

यदि आप एक लेखक हैं या बस लिखना पसंद करते हैं, तो बर्ड एक मूल्यवान उपकरण हो सकता है। वह आपको लिखने में प्रेरित कर सकता है और आपको अपनी रचनात्मकता को व्यक्त करने में मदद कर सकता है।

बार्ड कैसे काम करता है

बार्ड एक Transformer-based language model है। Transformer एक प्रकार का मॉडल है जो वाक्यों के बीच के संबंधों को समझ सकता है। यह मॉडल को यह समझने में सक्षम बनाता है कि एक वाक्य में कौन से शब्द दूसरे वाक्यों से संबंधित हैं।

बार्ड को बड़े पैमाने पर डेटा पर प्रशिक्षित किया गया है। इस डेटा में लाखों शब्द और वाक्य शामिल हैं। यह डेटा मॉडल को यह समझने में सक्षम बनाता है कि कैसे विभिन्न शैलियों और टोन में लिखना है।

बार्ड का उपयोग कैसे करें

बार्ड का उपयोग करना बहुत आसान है। बस उसे एक विषय या शीर्षक दें और फिर वह आपको कुछ सुझाव देगा। आप उन सुझावों को बदल सकते हैं या उन पर आधारित अपनी खुद की लिखाई बना सकते हैं।

बार्ड का उपयोग करने के लिए, आपको एक Google Cloud Platform खाते की आवश्यकता है। एक बार जब आप एक खाता बना लेते हैं, तो आप बर्ड को अपनी परियोजना में जोड़ सकते हैं।

बार्ड का उपयोग करने के लिए, आपको निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा:

  1. एक Google Cloud Platform खाता बनाएं।
  2. एक नई परियोजना बनाएं।
  3. बार्ड को अपनी परियोजना में जोड़ें।
  4. बार्ड को एक विषय या शीर्षक दें।
  5. बार्ड के सुझावों को देखें।
  6. उन सुझावों को बदलें या उन पर आधारित अपनी खुद की लिखाई बना सकते हैं।

बार्ड के लाभ

बार्ड के कई लाभ हैं। वह आपको हर चीज के बारे में लिखने में मदद कर सकता है, चाहे वह आपके लिए एक रोमांचक उपन्यास हो या एक अकादमिक निबंध। वह आपको लिखने में प्रेरित कर सकता है और आपको अपनी रचनात्मकता को व्यक्त करने में मदद कर सकता है।

बार्ड के कुछ अन्य लाभों में शामिल हैं:

  • वह बहुत तेज है और बहुत कम समय में आपको लिखने में मदद कर सकता है।
  • वह बहुत सटीक है और आपको हमेशा सही शब्द और वाक्य देगा।
  • वह बहुत लचीला है और आपके द्वारा दी गई किसी भी विषय या शीर्षक के लिए सुझाव दे सकता है।

बार्ड की सीमाएं

बार्ड अभी भी विकास के अधीन है, इसलिए कुछ सीमाएं हैं। उदाहरण के लिए, वह कभी-कभी गलत सुझाव दे सकता है या वह आपकी अपेक्षा से अलग तरीके से लिख सकता है।

हालांकि, बार्ड एक बहुत ही शक्तिशाली उपकरण है और वह आपको हर चीज के बारे में लिखने में मदद कर सकता है। यदि आप एक लेखक हैं या बस लिखना पसंद करते हैं, तो बर्ड एक मूल्यवान

गूगल एआई बार्ड और चैट जीपीटी में क्या अंतर है। (What is difference in Google AI Bard & chat GPT)

दोनों चैट बोट तकनीकों को जटिल जानकारी और बिभिन्न दृष्टिकोणों को सरल रूप में संछिप्त करने में सक्षम होते हैं। लेकिन सबसे स्पष्ट अंतर बार्ड की योग्यता का है। बार्ड के जवाब में हाल के घटनाक्रम भी शामिल हो सकते हैं। गूगल एआई बार्ड और चैट में पांच प्रमुख अंतर है जो कि इस प्रकार हैं :

गूगल एआई बार्ड

1.बार्ड जवाब खोजने के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल करता है , जबकि चैट जीपीटी के पास अपना एक निश्चित डाटाबेस है, जिसमे वो अपना जवाब खोजता है .

2. बार्ड का जवाब रियल टाइम में अपडेटेड डाटा पर आधारित होता है जबकि जीपीटी के पास जो डाटा है वो सिर्फ 2021 तक का अपडेटेड डाटा है। अगर आप जीपीटी से किसी ऐसे प्रोडक्ट के बारे में पूछते हैं जो की २०२१ के बाद लांच हुआ है तो आपको सही जवाब नहीं मिलेगा।

3. बार्ड के पास वो सारे firefox हैं जो जीपीटी के अंदर हैं ,लेकिन जीपीटी को बार्ड के बारे में कोई आईडिया नहीं है। इसका मतलब है कि बार्ड के पास जीपीटी से ज्यादा और बेहतर फंक्शन्स हैं।

4. बार्ड गूगल का प्रोडक्ट है जबकि जीपीटी माइक्रोसॉफ्ट का प्रोडक्ट है। इनके बीच का कॉम्पिटिशन ठीक उसी प्रकार का होगा जैसे कि internet explorer vs mozilla के बीच हुआ था या फिर bing vs chrome के बीच चला रहा है।

5. चैट जीपीटी का आधार जीपीटी (Generative Pre-trend Transformer) पर आधारित है जबकि गूगल एआई बार्ड LAMDA (LAnguage Model for Dialoge Application) पर आधारित है।

गूगल एआई बार्ड कब लांच होगा। (When Google AI Bard will launch)

13 जुलाई 2023 को आधिकारिक रूप से 238 देशों में और 46 भाषाओँ में लांच कर दिया गया है।

LAMDA vs GPT

ChatGPT की ट्रेनिंग डेटासेट में विकिपीडिया और कॉमन क्रॉल शामिल थे, LaMDA के लिए मानव वार्तालापों पर ध्यान केंद्रित था। यह दोनों AI द्वारा दिए गए जवाबों में दिखता है: जबकि ChatGPT लंबे और संरचित वाक्यों का उपयोग करता है, LaMDA का शैली आरामदायक है, इंस्टेंट मैसेजिंग के करीब। यह AI एक वास्तविक व्यक्ति की तरह लगता है, जैसा कि Google के अंतिम कर्मचारी के उदाहरण से पता चलता है। इससे लगता है कि LaMDA एक वास्तविक चैटबॉट के रूप में अधिक उपयुक्त है, जैसे कि Google Assistant के हिस्से के रूप में।

ChatGPT को कभी-कभी गलत जानकारी प्रदान करने के लिए आलोचना की गई है, जो उम्मीद है कि LaMDA के साथ इससे कम समस्या होगी: इसके डेवलपर्स ने घोषित किया है कि इसके जवाब गुणवत्ता, सुरक्षा और ग्राउंडेडनेस के तीन मुख्य उद्देश्यों पर आधारित होंगे।

अब तक हमारे पास जानकारी के आधार पर, LaMDA का उपयोग ChatGPT के उपयोग से बहुत अलग होगा।

गूगल एआई बार्ड

एआई के फील्ड में और कौन से प्लेयर्स हैं ?

चैट जीपीटी के लांच के दो महीने बाद ही कई टेक कंपनियों ने एआई टेक्नोलॉजी जीनर को अपनाया है। कई स्टार्ट उप अपने खुद के प्रोजेक्ट पर स्वतंत्र रूप से कार्य कर रहे हैं। Baidu चीन के द्वारा गूगल के जवाब में अपना चैटबोट तैयार कर रहा है। यह अब तक की नवीनतम कंपनी है जो इस फील्ड में शामिल हुयी है। baidu का AI chatbot ERNIE के नाम से जाना जायेगा।

AI चैटबोट का किंग कौन?

गूगल एआई बार्ड उसी तकनीक पर आधारित है एक प्रयोग है जो आपको जेनेरेटिव एआई के साथ सहयोग की अनुमति देता है। एक रचनात्मक और सहायक सहयोगी के रूप में बार्ड आपकी कल्पना को सुपर चार्ज कर सकता है। आपकी उत्पादकता को बड़ा सकता है। और आपके विचारों को जीवन देने में मदद कर सकता है। उदाहरण के लिए आप कोई म्यूजिक की धुन बजाकर उसके लिए गाने के बोल तैयार करवा सकते हैं। अपना आईडिया सुनाकर उसके ऊपर कोई उपन्यास लिखवा सकते हैं।


चाहे आप उपहार में निर्णय लेने और आमंत्रण पत्र ड्राफ्ट करने में मदद चाहते हों , एक बड़े फैसले के लिए एक पेशेवर और नकारात्मक सूची बनाने में मदद चाहते हों। या बहुत ही जटिल सब्जेक्ट्स को सरल तरीके से समझना चाहते हों। लेकिन पिछले महीने गूगल एआई बार्ड के द्वारा दिए गए एक गलत सजेशन की वजह से गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट के शेयर 100 बिलियन डॉलर तक गिर गए। जिससे इसकी प्रतिष्ठा को धक्का लगा है। चैट बोट ने एक प्रमोशनल विडिओ में एक गलत जानकारी फैला दी थी।
गलतियां तो चैट जीपीटी भी करता है लेकिन ये काफी लोकप्रिय हो चूका है। इसलिए अभी कुछ कहना सही नहीं होगा।

Controversies of AI Chatbot

गूगल की रिसर्च एन्ड डेवेलपमेंट टीम ओपनएआई और अन्य प्रतिद्वंदियों के साथ कदम रखने के लिए त्वरित रूप से आगे बढ़ रहा है। इसमें संस्थापक सेर्गे ब्रिन और लेरी पेज को भी शामिल किया जा रहा है।
“लोग कहना शुरू हो गए हैं , प्रश्न यह है कि क्या माइक्रोसॉफ्ट अब गूगल के एक स्पेशल बिज़नेस के खिलाफ एक सशक्त प्रतिद्वंदी होगा ?” बेकार एवेन्यू वेल्थ मैनेजमेंट के मुख्य रणनीतिक किंग लिप ने कहा जो कि अल्फाबेट और माइक्रोसॉफ्ट दोनों में हिस्सेदारी रखता है। लिप ने सावधान किया हालांकि अल्फाबेट को चिंता जरुरत नहीं है क्यूंकि बिंग अभी गूगल सर्च की क्षमताओं से काफी दूर है।

गूगल की पेरेंट कम्पनी अल्फाबेट ने हाल ही दिनों में करींब 10000 लोगों को जॉब से निकाला है। इसके बाद इसकी प्रोडक्टिविटी में आयी कमी की वजह से भी गूगल विवादों में है।

एआई ड्रिवन सर्च का आकर्षण यह है कि इससे ब्राउजिंग तेज और दक्ष हो जाती है , क्यूंकि यह सामान्य भाषा में जव्वाब दे सकता है। यह नार्मल सर्च इंजिन की तरह लिंक की सूची प्रदान नहीं करता है। ऐसा करने से ये अभी स्पष्ट नहीं है कि टार्गेटेड विज्ञापनों पर क्या प्रभाव पड़ेगा। क्यूंकि विज्ञापन ही गूगल जैसे सर्च इंजिन की रीढ़ हैं।

चैट एआई टेक्निक्स के उपयोग से कपनियों के काम और प्रोडक्टिविटी में आसानी तो होगी लेकिन अंतरिक्ष विषयक मूल्याङ्कन , चित्रों को फ़िल्टर करना , या फिर लय में अनुवाद करना जैसे खतरे उत्पन्न हो सकते हैं। ऐसे ही एक मामले में माइक्रोसॉफ्ट ने 2016 में twitter पर एक चैट बोट जारी किया था। वह चैट बोट जल्दी ही नस्लवादी सामग्री उत्पन्न करने लगा था। इसके बाद इसे बंद कर दिया गया था। एक और एआई जो cnet द्वारा उपयोग किया जाता था उसमे तथ्यात्मक गलतियां या फिर विषय के विपरीत सामग्री बनाने का खुलासा हुआ था।

चैट जीपीटी के बारे में और जानने के लिए इस लेख को देखें : ChatGPT क्या है: 1 रोचक जानकारी

FAQ

गूगल एआई बार्ड क्या है ?

यह एक चैट बोट है जो कि ऑटोमेटिक इंटेलिजेंस पर आधारित है।

बार्ड और जीपीटी में क्या अंतर है ?

बार्ड के पास रियाल टाइम अपडेटेड डाटा है जबकि जीपीटी के पास 2021 तक का डाटाबेस है।

बार्ड और गूगल सर्च इंजिन में क्या अंतर है ?

गूगल सर्च इंजिन किसी भी सवाल के उत्तर में रेलेटेड लिंक्स शो करता है जबकि बार्ड उसका उत्तर सर्च करके लाता है।

क्या बार्ड और जीपीटी की वजह से रेगुलर सर्च इंजिन खतम हो जायँगे ?

रेगुलर सर्च इंजिन जैसे गूगल सर्च और बिंग सर्च ख़तम नहीं होंगे बल्कि नयी स्किल्स से अपडेट हो जायेंगे।

बार्ड को किसने बनाया है?

बार्ड को गूगल ने बनाया है।

बार्ड कब लांच हो रहा है ?

बार्ड २१ मार्च 2023 को US और UK में लांच हो चूका है।
13 जुलाई 2023 को आधिकारिक रूप से 238 देशों में और 46 भाषाओँ में लांच कर दिया गया है।

गूगल एआई बार्ड इंडिया में कब लांच हो रहा है ?

13 जुलाई 2023 को आधिकारिक रूप से लांच कर दिया गया है।

क्या बार्ड को यूज करने के लिए कोई फीस /शुल्क देनी पड़ेगी ?

नहीं, गूगल सर्च इंजिन की तरग गूगल एआई बार्ड भी पूरी तरह निशुल्क है।

क्या बार्ड आम जनता के यूज के लिए है ?

शुरुआत में बार्ड को टेस्टर और बीटा यूजर्स के लिए ओपन किया गया है ,टेस्टिंग के बाद आम जनता इसको यूज कर पाएगी.

क्या गूगल एआईबार्ड को एंड्रॉइड पर यूज किया सकता है ?

जी हाँ, गूगलएआई बार्ड की एंड्रॉइड एप भी गूगल प्ले पर उपलब्ध रहेगी।

गूगल एआई बार्ड को कैसे यूज करें ?

गूगल एआई बार्ड को यूज करने के लिए आप बार्ड की ऑफिसियल वेबसाइट पर जा सकते हैं।

क्या एआई चैट बोट के आने से ब्लोग्स और ब्लॉग लिखने वालों का भविष्य खतरे में है ?

गूगल की कमाई का मुख्य स्रोत उसके द्वारा किये जाने वाले विज्ञापन हैं। यह विज्ञापन अलग अलग ब्लोग्स साइट्स पर डिस्प्ले होते हैं। अगर कोई इन साइट्स पर जायेगा नहीं तो गूगल की आय का स्रोत भी ख़तम हो जाएगा अतः इसके लिए कोई बीच का रास्ता निकाला जायेगा। अभी स्पष्ट नहीं है।
वैसे जिस तरह kindle के आने से किताबो की बिक्री पर कोई फर्क नहीं पड़ा, काफी लोग आज भी प्रिंटेड बुक्स पढ़ते हैं उसी तरह से एआई चैट बोट के आने से लोग ब्लोग्स पढ़ना बंद नहीं करेंगे।

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